इसका एक सप्रमाण उदाहरण महानगर और मिनी मुंबई के नाम से प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के सबसे स्वच्छ नहर इंदौर के अलग-अलग इलाकों में अक्सर देखने को मिल जाता है मीरा सिंह के रूप में,जो परिवार और सरकार की ड्यूटी के साथ नियमित रूप से समाजसेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेती हैं। इसके लिए वह किसी संगठन अथवा संस्थान का सहारा नहीं लेती और न आर्थिक दान कर कर्तव्य पूर्ण मान लेती हैं, बल्कि खुद मैदान में उतरकर लोगों का दुख दर्द, परेशानियां समझतीं हैं, उनसे बिना किसी लाग-लपेट सीधी बात करती हैं,सबल प्रदान करती हैं और यथाशक्ति सहायता भी करती हैं।ये मदद खाने-पीने की चीजों से लेकर, कपड़े, दवाएं और बच्चों के लिए शैक्षणिक सामग्री के रूप में होती है।
इतना ही नशामुक्ति के लिए शासन के इतर अपने स्तर पर लोगों को जागरूक करती हैं,खासकर बच्चों से उन्हें विशेष लगाव है।मीरा अपनी टीम को भी हरदम साथ लेकर चलती हैं और समय-समय पर होनहार बेटी आमी को साथ ले जाती हैं,ताकि वो समाज की हकीकत से रू-ब-रू हो सके। हम मीरा के प्रयासों की सराहना करते हैं, उनके जज्बे और सोच को सलाम करते हैं और उम्मीद करते हैं कि जिस नेक इरादे के साथ मीरा जीव सेवा के पथ पर चल रहीं हैं उस सफर में अनेकों अनेक लोग उनके साथ जुड़े और खुशहाल,सामने, समृद्ध सामज को सपना साकार हो जाए एक दिन।